बात अठन्नी की

बात अठन्नी की

9th - 10th Grade

14 Qs

quiz-placeholder

Similar activities

गिरिधर की कुंडलियाँ

गिरिधर की कुंडलियाँ

9th - 10th Grade

12 Qs

Bhagavad Gita As It Is DAY-42 (10.40-42, 11.1-7)

Bhagavad Gita As It Is DAY-42 (10.40-42, 11.1-7)

KG - Professional Development

17 Qs

Bhagavad Gita As It Is DAY-40 (10.20-29)

Bhagavad Gita As It Is DAY-40 (10.20-29)

KG - Professional Development

16 Qs

रैदास के पद  [1]

रैदास के पद [1]

9th Grade

11 Qs

Kṛṣṇa Book Practice Quiz (Chapter 67-68)

Kṛṣṇa Book Practice Quiz (Chapter 67-68)

KG - Professional Development

17 Qs

Kṛṣṇa Book Practice Quiz (Chapter 53-54)

Kṛṣṇa Book Practice Quiz (Chapter 53-54)

KG - Professional Development

16 Qs

Kṛṣṇa Book Practice Quiz (Chapter 51-52)

Kṛṣṇa Book Practice Quiz (Chapter 51-52)

KG - Professional Development

19 Qs

Bhagavad Gita As It Is DAY-15 (3.23-32)

Bhagavad Gita As It Is DAY-15 (3.23-32)

KG - Professional Development

16 Qs

बात अठन्नी की

बात अठन्नी की

Assessment

Quiz

Fun, Life Skills, Education

9th - 10th Grade

Practice Problem

Easy

Created by

Mona Agrawal

Used 94+ times

FREE Resource

AI

Enhance your content in a minute

Add similar questions
Adjust reading levels
Convert to real-world scenario
Translate activity
More...

14 questions

Show all answers

1.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

1 min • 1 pt

वह सोचता, "यहाँ इतने सालों से हूँ। अमीर लोग नौकरों पर विश्वास नहीं करते पर मुझपर यहाँ कभी किसी ने संदेह नहीं किया। यहाँ से जाऊँ तो शायद कोई ग्यारह बारह दे दे, पर एसा आदर नहीं मिलेगा।"



उपर्युक्त वाक्य का वक्ता कौन है?

जगत सिंह

रसीला

रमज़ान

कोई नही

2.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

1 min • 1 pt

वह सोचता, "यहाँ इतने सालों से हूँ। अमीर लोग नौकरों पर विश्वास नहीं करते पर मुझपर यहाँ कभी किसी ने संदेह नहीं किया। यहाँ से जाऊँ तो शायद कोई ग्यारह बारह दे दे, पर एसा आदर नहीं मिलेगा।"


रसीला बार-बार किससे प्रार्थना करता था?

इंजीनियर बाबू जगत सिन्ह

रमज़ान

अपनी पत्नी

उसके बूढे पिता

3.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

1 min • 1 pt

वह सोचता, "यहाँ इतने सालों से हूँ। अमीर लोग नौकरों पर विश्वास नहीं करते पर मुझपर यहाँ कभी किसी ने संदेह नहीं किया। यहाँ से जाऊँ तो शायद कोई ग्यारह बारह दे दे, पर एसा आदर नहीं मिलेगा।"


रसीला बार-बार क्यों प्रार्थना कर रहा था?

खाना खाने के लिए

वेतन बढाने के लिए

गाँव जाने के लिए

इनमें से कोई नहीं

4.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

1 min • 1 pt

वह सोचता, "यहाँ इतने सालों से हूँ। अमीर लोग नौकरों पर विश्वास नहीं करते पर मुझपर यहाँ कभी किसी ने संदेह नहीं किया। यहाँ से जाऊँ तो शायद कोई ग्यारह बारह दे दे, पर एसा आदर नहीं मिलेगा।"


तनख्वाह न बढाने के बावजूद रसीला नौकरी क्यों नहीं छोडना चाहता था?

उसे कहीं और नौकरी नहीं मिल रही थी

उसे बाबू जगत सिन्ह का घर अच्छा लगता था

उसे कहीं और इतना आदर नहीं मिलेगा।

पता नहीं

5.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

1 min • 1 pt

दोनों घंटों साथ बैठते, बातें करते|


'दोनों' - शब्द से किस-किस की ओर संकेत किया गया है?

इंजीनियर बाबू जगत सिन्ह और शेख सलीमुद्दिन

रसीला और रमज़ान

इंजीनियर बाबू और रसीला

शेख सलीमुद्दीन और रमज़ान

6.

MULTIPLE SELECT QUESTION

1 min • 1 pt

दोनों घंटों साथ बैठते, बातें करते|


वे दोनों किसके यहाँ काम करते थे?

रसीला शेख सलीमुद्दिन के यहाँ

रमज़ान जगत सिन्ह के यहाँ

रसीला जगत सिन्ह के यहाँ

रमज़ान शेख सलीमुद्दिन के यहाँ

कहीं नहीं

7.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

1 min • 1 pt

दोनों घंटों साथ बैठते, बातें करते|


दोनों मे क्या बात समान थी?

दोनों बहुत अमीर थे

दोनों के पास एक-जैसे कपडे थे

दोनों बहुत लालची थे

दोनों बहुत गरीब थे

Create a free account and access millions of resources

Create resources

Host any resource

Get auto-graded reports

Google

Continue with Google

Email

Continue with Email

Classlink

Continue with Classlink

Clever

Continue with Clever

or continue with

Microsoft

Microsoft

Apple

Apple

Others

Others

By signing up, you agree to our Terms of Service & Privacy Policy

Already have an account?