ह्यून सांग की यात्रा और योगदान

ह्यून सांग की यात्रा और योगदान

Assessment

Interactive Video

History, Religious Studies

7th - 12th Grade

Hard

Created by

Ethan Morris

FREE Resource

वीडियो में ह्यून सांग की जीवन यात्रा का वर्णन है, जिसमें उनकी भारत यात्रा, नालंदा में शिक्षा, और हर्षवर्धन के साथ संबंध शामिल हैं। ह्यून सांग ने बौद्ध धर्म के अध्ययन के लिए भारत की यात्रा की और नालंदा विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने हर्षवर्धन के साथ धार्मिक सभाओं में भाग लिया और अंततः चीन लौटकर बौद्ध ग्रंथों का योगदान दिया।

Read more

10 questions

Show all answers

1.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

ह्यून सांग का असली नाम क्या था?

सुन ली

जिन यांग

ली वांग

चेन हुई

2.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

ह्यून सांग ने भारत यात्रा के लिए किससे अनुमति मांगी थी?

एम्परेट टाइजॉंग

राजा हर्षवर्धन

चंद्र वर्मन

शील भदर

3.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

कश्मीर में ह्यून सांग के पहले शिक्षक कौन थे?

एम्परेट टाइजॉंग

राजा हर्षवर्धन

शील भदर

चंद्र वर्मन और जया गुप्त

4.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

ह्यून सांग की यात्रा के दौरान कौन सा प्रमुख स्थान बौद्ध धर्म का केंद्र था?

कुशीनगर

मगध

लुम्बिनी

कश्मीर

5.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

नालंदा विश्वविद्यालय के चांसलर कौन थे?

शील भदर

चंद्र वर्मन

जया गुप्त

राजा हर्षवर्धन

6.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

राजा हर्षवर्धन ने ह्यून सांग को किस वर्ष निमंत्रण भेजा?

641 A.D.

620 A.D.

650 A.D.

630 A.D.

7.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

हर्षवर्धन के शासनकाल में अपराध दर कैसी थी?

अपरिवर्तित

मध्यम

बहुत अधिक

काफी कम

Create a free account and access millions of resources

Create resources

Host any resource

Get auto-graded reports

Google

Continue with Google

Email

Continue with Email

Classlink

Continue with Classlink

Clever

Continue with Clever

or continue with

Microsoft

Microsoft

Apple

Apple

Others

Others

By signing up, you agree to our Terms of Service & Privacy Policy

Already have an account?