अध्याय 12. ध्वनि

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1.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

पराध्वनि तरंगों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये।

1. पराध्वनि तरंगों से मानव शरीर के आंतरिक अंगों का प्रतिबिंब बनाया जा सकता है।

2. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी तथा अल्ट्रासोनोग्राफी में पराध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

A

केवल 1

B

केवल 2

C

1 और 2 दोनों

D

न तो 1 और न ही 2

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः उपर्युक्त दोनों कथन सही हैं।

पराध्वनि संसूचक (Ultrasound Scanner) यंत्र का प्रयोग करके मानव शरीर के आंतरिक अंगों का प्रतिबिम्ब प्राप्त किया जा सकता है। इस तकनीक में पराध्वनि तरंगें शरीर के ऊतकों में गमन करती हैं तथा उस स्थान से परावर्तित हो जाती हैं, जहाँ ऊतक के घनत्व में परिवर्तन होता है। इन परावर्तित तंरगों को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करके अंग का प्रतिबिंब बना लिया जाता है। यह संसूचक (Scanner) शरीर की असमानताएँ जैसे-पित्ताशय तथा गुर्दे की पथरी और विभिन्न अंगों में अर्बुद (ट्यूमर) का पता लगाने में सहायता करता है।

इस तकनीक को अल्ट्रासोनोग्राफी कहते हैं। अल्ट्रासोनोग्राफी का उपयोग गर्भकाल में भ्रूण की जाँच एवं जन्मजात दोषों तथा उसकी वृद्धि की अनियमितताओं का पता लगाने में किया जाता है।

2.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

1. सोनार एक ऐसी युक्ति है, जिसमें वायु में स्थित पिंडों की दूरी, दिशा तथा चाल मापने के लिये पराध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है।

2. चमगादड़ गहन अंधकार में भोजन की खोज के लिये पराध्वनि तरंगें उत्सर्जित करता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं

A

केवल 1

B

केवल 2

C

1 और 2 दोनों

D

न तो 1 और न ही 2

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः

कथन 1 गलत है, क्योंकि सोनार (SOund Navigation And Ranging- SONAR) में जल में स्थित पिंडों की दूरी, दिशा तथा चाल मापने के लिये पराध्वनि तरंगों का उपयोग किया जाता है। ये प्रेषित पराध्वनि तरंगों का अवरोध से टकराकर लौटना तथा लौटने पर उनका संसूचन (Detection) के सिद्धांत पर कार्य करती हैं।

चमगादड़ गहन अंधकार में भोजन खोजने के लिये उड़ते समय पराध्वनि तरंगें उत्सर्जित करता है तथा अवरोध (कीट) से टकराकर परावर्तन के पश्चात् इनका संसूचन (Detection) करता है। इससे चमगादड़ को पता चलता है कि कीट कहाँ पर है और यह किस प्रकार का है। अतः कथन 2 सही है।

पॉइपॉइज मछलियाँ भी अंधेरे में संचालन व भोजन की खोज में पराध्वनि तरंगों का उपयोग करती हैं।

3.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

निम्नलिखित पर विचार कीजियेः

1. ऐसे भागों की सफाई, जहाँ तक पहुँचना कठिन है।

2. धातु के ब्लॉक पिंडों में दोषों की जाँच।

3. गुर्दे की पथरी को बारीक कणों में तोड़ना।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से पराश्रव्य ध्वनियों या पराध्वनियों का/के अनुप्रयोग है/हैं?

A

केवल 1 और 2

B

केवल 2

C

केवल 2 और 3

D

1, 2 और 3

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः

पराश्रव्य ध्वनियाँ अवरोधी की उपस्थिति में भी एक निश्चित पथ पर गमन कर सकती हैं। अतः उद्योग व चिकित्सा में इनके बहुत से अनुप्रयोग हैं।

वस्तु के ऐसे भाग, जहाँ पहुँचना कठिन है, जैसे- सर्पिलाकार नली, विषम आकार के पुर्ज़े, इलेक्ट्रॉनिक अवयव आदि को साफ करने वाले मार्जन विलयन में रखकर इसमें पराध्वनि तरंगें भेजते हैं। उच्च आवृत्ति के कारण धूल, चिकनाई तथा गंदगी के कण अलग होकर नीचे गिर जाते हैं और वस्तु पूर्णतया साफ हो जाती है।

धातु के ब्लॉकों में दोषों का पता लगाने के लिये इनसे पराध्वनिक तरंगों को गुज़ारा जाता है। यदि थोड़ा-सा भी दोष (दरार, आदि) होता है तो पराध्वनि तरंगें परावर्तित हो जाती हैं, जो दोष की उपस्थिति को दर्शाती हैं। वहीं साधारण ध्वनि की तरंगदैर्ध्य अधिक होने के कारण वे दोषयुक्त स्थान के कोणों से मुड़कर पार निकल जाती हैं (परावर्तित होकर लौटती नहीं हैं।) इसलिये इस कार्य में इनका उपयोग नहीं किया जा सकता।

पराध्वनि का उपयोग गुर्दे की छोटी पथरी को बारीक कणों में तोड़ने के लिये भी किया जा सकता है। ये कण बाद में मूत्र के साथ बाहर निकल जाते हैं।

4.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

ध्वनि की श्रव्यता के परिसर (Range of Hearing) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

1. पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चे पराश्रव्य ध्वनियों को सुन सकते हैं।

2. ह्वेल तथा हाथी अवश्रव्य जबकि डॉलफिन और चमगादड़ पराश्रव्य ध्वनियाँ उत्पन्न करने में सक्षम हैं।

3. सामान्य मनुष्य के लिये ध्वनि की श्रव्यता का परिसर (Range) लगभग 20Hz से 20,000 Hz तक होता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A

केवल 1 और 2

B

केवल 2 और 3

C

केवल 3

D

1, 2 और 3

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः उपर्युक्त सभी कथन सही हैं।

सामान्य मनुष्य में ध्वनि की श्रव्यता का परिसर लगभग 20 Hz से 20,000 Hz तक होता है।

20 Hz से कम आवृत्ति की ध्वनियों को अवश्रव्य (Infrasonic) तथा 20 kHz से अधिक की ध्वनियों को पराश्रव्य (Ultrasonic) ध्वनि या पराध्वनि कहते हैं।

पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा कुछ जंतु जैसे कुत्ते 25 KHz तक की ध्वनि सुन सकते हैं परन्तु जैसे-जैसे व्यक्तियों की आयु बढ़ती है, उनके कान उच्च आवृत्तियों के लिये कम सुग्राही होते जाते हैं।

राइनोसिरस (गैंडा) 5 Hz तक की आवृत्ति की अवश्रव्य ध्वनि का उपयोग करके संपर्क स्थापित कर सकता है। ह्वेल तथा हाथी अवश्रव्य ध्वनि परिसर की ध्वनियाँ उत्पन्न करते हैं।

भूकंप आने से पूर्व कुछ जंतु परेशान हो जाते हैं। भूकंप मुख्य प्रघाती तरंगों से पहले निम्न आवृत्ति की अवश्रव्य ध्वनि उत्पन्न करते हैं, जो सम्भवतः इन जंतुओं को सावधान कर देती हैं।

डॉलफिन, चमगादड़, पॉरपॉइज तथा चूहे पराध्वनि उत्पन्न करने में सक्षम हैं।

5.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

1. स्टेथोस्कोप से चिकित्सक रोगी के हृदय की धड़कन सुन सकता है।

2. सिनेमा हाल की छत वक्राकार बनाई जाती है, जिससे ध्वनि का बारम्बार परावर्तन न हो और ध्वनि स्पष्ट सुनी जा सके।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A

केवल 1

B

केवल 2

C

1 और 2 दोनों

D

न तो 1 और न ही 2

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः

स्टेथोस्कोप एक चिकित्सा यंत्र है, जो शरीर के अंदर मुख्यतः हृदय तथा फेफड़ों में उत्पन्न होने वाली ध्वनि सुनने में काम आता है। स्टेथोस्कोप में रोगी के हृदय की धड़कन की ध्वनि बार-बार परावर्तन के कारण चिकित्सक के कानों तक पहुँचती है। अत कथनः (1) सही है।

कथन 2 गलत है, क्योंकि सिनेमा हाल, कसर्ट हाल तथा सम्मेलन कक्षों की छतें वक्राकार बनाई जाती हैं, जिससे कि परावर्तन के पश्चात् ध्वनि हाल के सभी भागों में पहुँच जाए। लाउडस्पीकर के आकार भी इसी सिद्धांत पर आधारित होते हैं।

6.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः

1. ध्वनि बूम (Sonic boom) पराध्वनिक गति के कारण उत्पन्न प्रघाती तरंगों (shock waves) से संबद्ध वायुदाब में परिवर्तन (variation) से उत्पन्न बहुत तेज़ और प्रबल ध्वनि है।

2. किसी ध्वनि की स्पष्ट प्रतिध्वनि (Echo) सुनने के लिये मूल ध्वनि तथा परावर्तित ध्वनि के बीच कम-से-कम 0.1 सेकेंड का समयांतराल आवश्यक है।

3. अनुरणन (Reverberation) बारम्बार परावर्तन से ध्वनि में स्थायित्व की एक स्थिति है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A

केवल 1 और 2

B

केवल 2

C

केवल 1 और 3

D

1, 2 और 3

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः उपर्युक्त सभी कथन सही हैं।

किसी वस्तु की पराध्वनि गति के कारण वायु में प्रघाती तरंगें उत्पन्न होती हैं। इन तरंगों में बहुत अधिक ऊर्जा होती है। इन्हीं तरंगों से संबद्ध वायुदाब में परिवर्तन से एक बहुत तेज़ और प्रबल ध्वनि उत्पन्न होती है, जिसे ध्वनि बूम कहते हैं। पराध्वनिक वायुयान से उत्पन्न ध्वनि बूम में इतनी मात्रा में ऊर्जा होती है कि यह खिड़कियों के शीशों को तोड़ सकती है और भवनों को भी क्षति पहुँचा सकती है।

हमारे मस्तिष्क में ध्वनि की संवेदना लगभग 0.1 सेकेंड तक बनी रहती है। इसी कारण किसी ध्वनि की स्पष्ट प्रतिध्वनि सुनने के लिये मूल ध्वनि तथा परावर्तित ध्वनि के बीच कम-से-कम 0.1 सेकेंड का समयांतराल आवश्यक है।

बारम्बार परावर्तन के कारण ध्वनि में स्थायित्व का होना अनुरणन (Reverberation) कहलाता है। इस स्थिति में ध्वनि बारम्बार परावर्तन के कारण तब तक बनी रहती है, जब तक कि यह इतनी कम न हो जाए कि सुनाई ही न पड़े।

7.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

ध्वनि की चाल के संदर्भ में निम्नलिखित कंथनों पर विचार कीजियेः

1. ध्वनि की चाल प्रकाश की चाल से कम होती है।

2. ठोस से गैसीय अवस्था की ओर जाने पर ध्वनि की चाल बढ़ती जाती है।

3. माध्यम का ताप बढ़ने पर ध्वनि की चाल भी बढ़ जाती है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

A

केवल 1 और 2

B

केवल 2

C

केवल 1 और 3

D

1, 2 और 3

A

B

C

D

Answer explanation

Explanation

व्याख्याः

कथन 1 सही है। ध्वनि की चाल प्रकाश की चाल से बहुत कम है।

कथन 2 गलत है, क्योंकि ठोस से गैसीय अवस्था की ओर जाने पर ध्वनि की चाल घटती जाती है।

किसी माध्यम में ध्वनि की चाल मुख्यतः संचरित होने वाले माध्यम की प्रकृति तथा ताप पर निर्भर होती है, उदाहरण के लिये वायु में ध्वनि की चाल 0°C पर 331 ms-1 तथा 22°C पर 344 ms-1 है।

कुछ उदाहरणों को इस प्रकार देख सकते हैं:

25ºC पर ध्वनि की चाल

अवस्था पदार्थ चाल m/s में

ठोस ऐलुमिनियम 6420

निकेल 6040

स्टील 5960

लोहा 5950

पीतल 4700

काँच (फ्लिंट) 3980

द्रव्य जल (समुद्री) 1531

जल (आसुत) 1498

इथेनॉल 1207

मीथेनॉल 1103

गैस हाइड्रोजन 1284

हीलियम 965

वायु 346

ऑक्सीजन 3156

सल्फर डाइऑक्साइड 213

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