Explanation
व्याख्याः ऊपर दिये गए सभी कथन सत्य हैं।
हिमनद के द्वारा अपरदन के फलस्वरूप निर्मित प्रमुख स्थलरूप हैं- सर्क, हॉर्न या गिरिश्रृंग, हिमनद घाटी/गर्त आदि।
हिमानीकृत पर्वतीय भागों में हिमनद द्वारा उत्पन्न स्थलरंध्रों में सर्क सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं। अधिकतर सर्क हिमनद घाटियों के शीर्ष पर पाए जाते हैं। एकत्रित हिम पर्वतीय क्षेत्रों से नीचे आती हुई सर्क को काटती है। सर्क लंबे व चौड़े गर्त हैं जिनकी दीवार तीव्र ढाल वाली सीधी या अवतल होती है।
सर्क के शीर्ष पर अपरदन होने से हॉर्न निर्मित होते हैं। यदि तीन या अधिक विकीर्णित हिमनद निरंतर शीर्ष पर तब-तक अपरदन जारी रखें जब-तक उनके तल किनारों में मिल नहीं जाते हैं। इसके उपरांत एक तीव्र किनारों वाली नुकीली चोटी का निर्माण होता है, जिन्हें हॉर्न कहते हैं। हिमालय पर्वत की सबसे ऊँची चोटी एवरेस्ट, वास्तव में हॉर्न है जो सर्क के अपरदन से निर्मित है।
हिमानीकृत घाटियाँ गर्त की भाँति होती हैं जो आकार में अंग्रेज़ी के अक्षर U जैसी होती हैं, जिनके तल चौड़े व किनारे चिकने तथा ढाल तीव्र होते हैं।